नहीं सुधरेगा पाकिस्तान.. ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त आतंकवादी ठिकानों को फिर से बना रहा

 Pakistan Rebuild Terror Launch Pad: पाकिस्तान पर हमेशा से आतंकियों को छिपाने और पनाह देने के आरोप लगते रहे हैं। एक बार फिर ये बात साबित हो रही। दरअसल, भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। रिपोर्ट है कि पाकिस्तान इन आतंकवादी ठिकानों को फिर से खड़ा कर रहा।

Pakistan Terror launch Pad rebuild
नई दिल्ली: पाकिस्तान को ऐसे ही आतंक का गढ़ थोड़ी ना कहा जाता है। एक बार फिर उसने ऐसा काम किया है जिसके चलते उस पर सवाल उठना लाजमी है। 22 मई को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में बने आतंकवादियों के नौ ठिकानों को टारगेट किया गया। 6-7 मई की रात एक बजकर पांच मिनट से डेढ़ बजे के बीच इंडियन फोर्सेस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। हालांकि, भारत ने जिन टेरर लॉन्चपैड को निशाना बनाया अब पाकिस्तान उन्हें फिर से बनाने में जुट गया है। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है।

पाकिस्तान की फिर से खुल गई पोल

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, 'ऑपरेशन सिंदूर' में नष्ट हुए आतंकी ठिकानों को पाकिस्तान फिर से बना रहा है। पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और सरकार मिलकर पीओके और आसपास के इलाकों में आतंकी लॉन्चपैड को फिर से खड़ा करने में लगे हैं। एलओसी के पास घने जंगलों में फिर से छोटे और हाईटेक आतंकी ठिकाने बनाए जा रहे। यह कदम 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद उठाया गया। इस ऑपरेशन में लश्कर ए तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और TRF जैसे आतंकी समूहों के कई ठिकाने तबाह हो गए थे।

यूं ही नहीं कहा जाता आतंकियों का पनाहगाह

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान जिन टेरर लॉन्च पैड को फिर बना रहा उनको थर्मल, रडार और सैटेलाइट से बचाने के लिए मॉडर्न तकनीक का इस्तेमाल कर रहा। आईएसआई ने बड़े आतंकी ट्रेनिंग कैंपों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों बहावलपुर में ISI और आतंकी ग्रुप्स के कमांडरों की एक बैठक हुई, जिसमें कमांड चेन को फिर से बनाने और भर्ती अभियान शुरू करने पर बात हुई।

ISI-सेना की मदद से फिर खड़े हो रहे आतंकी ठिकाने

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान को वर्ल्ड बैंक और ADB से मिलने वाली वित्तीय सहायता का एक हिस्सा इन आतंकी कैंपों के पुनर्निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, लूणी, पटवाल, टीपू पोस्ट, जमील पोस्ट, उमरानवाली, चापरार फॉरवर्ड, छोटा चक और जांगलोरा जैसे इलाकों में नष्ट हुए कैंपों को फिर से बनाया जा रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त टेरर लॉन्च पैड का पुनर्निर्माण

खुफिया सूत्रों का कहना है कि इन ठिकानों को अब आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा। केल, सरदी, दुधनियाल, अथमुकाम, जुरा, लिपा, पचीबन, काहुटा, कोटली, खुइरट्टा, मंढार, निकैल, चमनकोट और जानकोट में भी नए आतंकी ठिकाने बनाए जा रहे। ये जगहें ऐसी हैं जहां पहुंचना मुश्किल है, क्योंकि यहां घने जंगल हैं। ऐसे में ड्रोन और सैटेलाइट से भी इन पर नजर रखना मुश्किल होगा।

आतंकी ठिकानों की सुरक्षा के लिए PAK का खास प्लान

सूत्रों ने यह भी बताया कि ISI ने एक योजना बनाई है। इस योजना के तहत बड़े ट्रेनिंग कैंपों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा जाएगा। हर कैंप में 200 से कम आतंकी होंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि अगर भारत हवाई हमला करे तो एक ही जगह पर ज्यादा नुकसान न हो। हर छोटे कैंप की सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना के प्रशिक्षित गार्ड तैनात किए जाएंगे। इन गार्डों के पास थर्मल सेंसर, कम फ्रिक्वेंसी वाले रडार और ड्रोन से बचाव करने वाले आधुनिक उपकरण होंगे।

पाकिस्तान का नापाक चेहरा आया दुनिया के सामने

भारतीय खुफिया एजेंसियों को कुछ बातचीत सुनने को मिली है। इसी से पता चला है कि हाल ही में बहावलपुर में एक बड़ी बैठक हुई थी, जिसमें जैश, लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन और TRF के बड़े कमांडर और ISI के अधिकारी शामिल थे। बहावलपुर दक्षिणी पंजाब में है। यह जैश ए मोहम्मद का मुख्यालय है। इस संगठन का मुखिया मसूद अजहर है। JeM ने भारत में कई बड़े आतंकी हमले किए हैं। इनमें 2001 में संसद पर हमला और 2019 में पुलवामा में हुआ आत्मघाती हमला शामिल है।

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