अगर आप चश्मा सिर्फ धूप से बचाव के लिए नहीं, बल्कि स्टाइल और सोच के साथ पहनते हैं, तो उसका चुनाव भी सोच-समझकर करें। क्योंकि एक सही सनग्लास आपकी आंखों को बचाता है और आपकी पर्सनैलिटी को भी दर्शाता है।

आंखें बहुत नाजुक और जरूरी अंग हैं, इसलिए इनकी देखभाल में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अच्छी डाइट, सही लाइफस्टाइल और स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल न करना, ये सब मिलकर आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
जब आंखें थोड़ी कमजोर होती हैं या स्क्रीन से सुरक्षा चाहिए होती है, तो लोग सोच-समझकर चश्मा खरीदते हैं। लेकिन जब बात सनग्लास यानी धूप के चश्मे की आती है, तो ज्यादातर लोग बिना ध्यान दिए जो भी मिल जाता है, खरीद लेते हैं। ऐसा करना गलत है, क्योंकि गलत सनग्लास आंखों को धूप से बचाने की जगह उल्टा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जब आंखें थोड़ी कमजोर होती हैं या स्क्रीन से सुरक्षा चाहिए होती है, तो लोग सोच-समझकर चश्मा खरीदते हैं। लेकिन जब बात सनग्लास यानी धूप के चश्मे की आती है, तो ज्यादातर लोग बिना ध्यान दिए जो भी मिल जाता है, खरीद लेते हैं। ऐसा करना गलत है, क्योंकि गलत सनग्लास आंखों को धूप से बचाने की जगह उल्टा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आई स्पेशलिस्ट अमित खन्ना के अनुसार, ध्यान रहे कि गर्मियों में तेज धूप सिर्फ आपकी त्वचा नहीं, आंखों पर भी असर डालती है। ऐसे में सनग्लास सिर्फ स्टाइल की चीज नहीं रह जाता, बल्कि यह आपकी आंखों की सेहत से जुड़ा एक जरूरी फैसला बन जाता है।
कैसे चुनें सही सनग्लासेस
आजकल के युवा सिर्फ ब्रांड नहीं, एक खास अनुभव चाहते हैं। अब चश्मों में ऐसे डिजाइन पसंद किया जा रहे हैं जो किसी शहर से जुड़ी कहानी या भावना को दर्शाए। जैसे कुछ चश्मों के नाम मुंबई, गोवा या जयपुर जैसे शहरों से जुड़े होते हैं, जिससे पहनने वाले को उस शहर की याद या फीलिंग मिलती है।
सुरक्षा की बात सबसे पहले
चिकित्सक की सलाह है कि किसी भी सनग्लास को चुनते समय सबसे पहले देखा जाए कि वह UV-400 सुरक्षा प्रदान करता है या नहीं। UV-A और UV-B दोनों तरह की किरणें आंखों के लिए हानिकारक मानी जाती हैं, और एक सही चश्मा इसका असर कम करने में मदद करता है।
अनुभव की सुविधा भी जरूरी
हल्के फ्रेम, आरामदायक फिट और क्लियर विजन देने वाले लेंस ये सब मिलकर एक अच्छे चश्मे का निर्माण करते हैं। कई लोग दिन भर चश्मा पहनते हैं, ऐसे में उसका वजन और फिटिंग काफी मायने रखता है।
City Pop- शहरों से जुड़ा खास कलेक्शन
'City Pop' नाम से जारी एक नया कलेक्शन इसी सोच को दर्शाता है। इस कलेक्शन में शहरों से प्रेरित नामों के साथ-साथ वो सभी तकनीकी खूबियां शामिल हैं जो एक भरोसेमंद आईवियर में होनी चाहिए यूवी प्रोटेक्शन, हल्के मटीरियल, और उपयोग में सहजता। इसे इंडियन स्टार्टअप Rawbare ने डिजाइन किया है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
कैसे चुनें सही सनग्लासेस
आजकल के युवा सिर्फ ब्रांड नहीं, एक खास अनुभव चाहते हैं। अब चश्मों में ऐसे डिजाइन पसंद किया जा रहे हैं जो किसी शहर से जुड़ी कहानी या भावना को दर्शाए। जैसे कुछ चश्मों के नाम मुंबई, गोवा या जयपुर जैसे शहरों से जुड़े होते हैं, जिससे पहनने वाले को उस शहर की याद या फीलिंग मिलती है।
सुरक्षा की बात सबसे पहले
चिकित्सक की सलाह है कि किसी भी सनग्लास को चुनते समय सबसे पहले देखा जाए कि वह UV-400 सुरक्षा प्रदान करता है या नहीं। UV-A और UV-B दोनों तरह की किरणें आंखों के लिए हानिकारक मानी जाती हैं, और एक सही चश्मा इसका असर कम करने में मदद करता है।
अनुभव की सुविधा भी जरूरी
हल्के फ्रेम, आरामदायक फिट और क्लियर विजन देने वाले लेंस ये सब मिलकर एक अच्छे चश्मे का निर्माण करते हैं। कई लोग दिन भर चश्मा पहनते हैं, ऐसे में उसका वजन और फिटिंग काफी मायने रखता है।
City Pop- शहरों से जुड़ा खास कलेक्शन
'City Pop' नाम से जारी एक नया कलेक्शन इसी सोच को दर्शाता है। इस कलेक्शन में शहरों से प्रेरित नामों के साथ-साथ वो सभी तकनीकी खूबियां शामिल हैं जो एक भरोसेमंद आईवियर में होनी चाहिए यूवी प्रोटेक्शन, हल्के मटीरियल, और उपयोग में सहजता। इसे इंडियन स्टार्टअप Rawbare ने डिजाइन किया है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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